यह है कहानी श्री विजय खेमानी जी की जिन्होंने अजमेर व अजमेर के आस पास के लगभग 200 छोटे गांवों के बाजारों में अपने उत्पाद, जैसे कि बेल्ट, वॉलेट, कैप व चश्मे बेचते हुए आज अपनी ब्रांड Stylopedia लॉन्च की।

अजमेर के मुंदरी मोहल्ला, सदर बाजार में सन 2000 में विजय कलेक्शन नामक अपना प्रतिष्ठान खोलकर श्री विजय खेमानी ने, भारत के अनेक शहरों में अपनी इस ब्रांड स्टाइलो पीडिया को लोकप्रियता दिलाने में बहुत अहम भूमिका निभाने में सफलता प्राप्त की। स्टाइलो पीडिया हर एक जुबान पर ऐसे चढ़ गया जैसे वह उनके जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हो। जैसा कि हम जानते हैं, जो ब्रांड सफल हो जाती है तो अन्य कंपनियां उसी नाम से अपने प्रोडक्ट को अपने ग्राहकों के सामने ले आती हैं। इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए श्री विजय खेमानी ने 2017 में अपने ब्रांड स्टाइलो पीडिया को रजिस्टर करवाने का निर्णय लिया। उन्होंने अपनी धर्मपत्नी श्रीमती पम्मी खेमानी के नाम से स्टाइलो पीडिया ब्रांड का रजिस्ट्रेशन करवाया।

श्री विजय खेमानी जी ने महसूस किया कि अजमेर के बाद हमें भारत के कोने-कोने तक अपनी ब्रांड Stylopedia और अपने उत्पादों को पहुंचाना है।

भारतीय बाजारों के लिए रास्ता
स्टाइलो पीडिया की निर्माण इकाइयां राजस्थान के प्रत्येक शहर से होते हुए आज भारत के कोने-कोने में कुशल व मेहनती तकनीशियन के मार्गदर्शन में, अत्याधुनिक मशीनरी का संचालन करती हैं। उत्पादों को डिजाइन करने के लिए स्टाइलो पीडिया ब्रांड के पास डिजाइनरों की एक इन-हाउस टीम भी है। अपने प्राथमिक उत्पाद की पेशकश के रूप में, चमड़े के साथ उनके कारीगर, अत्यंत सूक्ष्म से सूक्ष्म कमियों को भी दूर कर, स्टाइलो पीडिया नामक ब्रांड को सफल बनाते हैं। स्टाइलो पीडिया, विजय खेमानी जी के साथ कदम से कदम मिलाकर, उन्हें भारत के प्रत्येक शहर से होते हुए ऑनलाइन बाजार व विदेशों बाजारों तक अपनी तकनीक का परचम लहराने में सक्षम हैं।

कोविड-19 एवं उसका प्रभाव
श्री विजय खेमानी का विश्वास था कि लेदर के उत्पादों को खरीदने से पहले छूने और महसूस करने की आवश्यकता होती है। लेकिन 2020 में कोरोना महामारी आने पर मार्च में जैसे ही राष्ट्रव्यापी Lockdown लगाया गया, उन्होंने महसूस किया कि अपने व्यापार में ऑनलाइन बिक्री मॉडल को शामिल किया जाए। लेकिन अपने उत्पादन की विश्वसनीयता को ध्यान में रखते हुए, Stylopedia ने दृष्टिकोण का पता लगाने का फैसला किया। एक बार गैर जरूरी उत्पादों के लिए प्रतिबंध हटा दिए जाने के बाद स्टाइलो पीडिया ग्राहकों द्वारा ब्रांड की जबरदस्त मांग का दावा करता है।

प्रतियोगिता और आगे का रास्ता
श्री खेमानी जी का कहना है कि स्टाइलो पीडिया का सटीक बाजार परिभाषित है और आगे कहते हैं कि भारत में हमारी कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है क्योंकि हम किफायती चमड़े के उत्पादों के खुदरा व्यापार विक्रेताओं में अग्रणी हैं। भारत में उच्च क्वालिटी के चमड़े के बेल्ट में कोई अन्य ब्रांड हमारी कीमतों के मुकाबले मार्केट में नहीं है। भारत में Stylopedia अलग-अलग ग्राहकों की सुविधा के लिए मूल बिंदु ध्यान में रखते हुए, अपनी कीमतें संचालित करता है। आगे बढ़ते हुए स्टाइलो पीडिया का लक्ष्य 2023 के अंत तक, अरब देशों में प्रवेश कर अंतरराष्ट्रीय बाजारों में मजबूती से विस्तार करने का है। इसके अलावा ब्रांड Stylopedia, और भी अन्य उत्पादों की श्रेणियां लॉन्च करने की योजना भी बना रहा है। फिलहाल Stylopedia ऑनलाइन बाजार में लेदर बेल्ट ले कर आई है और आगे की योजना है, 2023 में, Wallet, Caps, Spectacle Frames भी लेकर आने की।

This is the story of Mr. Vijay Khemani who launched his brand Stylopedia today selling his products like belts, wallets, caps and glasses in the markets of around 200 small villages in and around Ajmer.

By opening his establishment named Vijay Collection in 2000 at Mundri Mohalla, Sadar Bazar, Ajmer, Mr. Vijay Khemani has been successful in playing a very important role in popularizing his brand Stylopedia in many cities of India. Stylopedia popped up on everyone’s lips like it was an important part of their lives. As we know, the brand which becomes successful then other companies bring their products in front of their customers with the same name. Keeping this problem in mind, Mr. Vijay Khemani decided to register his brand Stylopedia in 2017. He got the Stylopedia brand registered in the name of his wife Mrs. Pummy Khemani.

Mr. Vijay Khemani ji realized that after Ajmer we have to take our brand Stylopedia and our products to every nook and corner of India.

Way to Indian Markets
Stylopedia ‘s manufacturing units operate state-of-the-art machinery under the guidance of skilled and hardworking technicians in every nook and corner of India today through every city of Rajasthan. The Stylopedia brand also has an in-house team of designers to design the products. With leather as their primary product offering, their craftsmen remove even the tiniest of imperfections, making the brand Stylopedia a success. Stylopedia , step by step with Vijay Khemani ji, has been able to spread the glory of his technology through every city in India to the online market and overseas markets.

COVID-19 and its impact
Mr. Vijay Khemani firmly believed that leather products need to be touched and felt before buying. But as soon as the nationwide lockdown was imposed in March 2020 due to the Corona epidemic, he realized that the online sales model should be included in his business. But keeping in mind the credibility of its production, Stylopedia decided to explore the approach. Stylopedia claims tremendous demand for the brand by customers once the restrictions are lifted for non-essential products.

Competition and the way ahead
Mr. Khemani ji says that Stylopedia ‘s exact market is defined and further adds that we have no competition in India as we are leading retail business sellers of affordable leather products. No other brand of high quality leather belts in India compares to our prices in the market. Stylopedia in India operates its prices keeping in mind the basic point for the convenience of individual customers. Going forward, Stylopedia aims to expand strongly into international markets by entering Arab countries by the end of 2023. Apart from this, the brand Stylopedia is also planning to launch more product categories.